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MBBS में दाखिला दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी, ₹25-50 लाख में करते थे सौदा

नोएडादिल्ली से सटे यूपी के नोएडा सेक्टर-62 स्थित आईथटम टावर में ऑफिस खोलकर सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस के कोर्स में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। जालसाज ठगी करने के बाद ऑफिस बंद कर फरार हो गए। साथ ही आरोपियों ने अपने फोन भी बंद कर लिए हैं। पीड़ितों के मुताबिक, आरोपी खुद को केंद्रीय मंत्री का परिचित बताते थे। ये लोग उनके जाल में फंसे लोगों को दो सरकारी कॉलेज में डीन से मुलाकात कराई थी। ठगी का शिकार हुए करीब 6 पीड़ितों ने थाना सेक्टर-58 पुलिस से शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। सेक्टर-62 स्थित आईथम टावर में खोला था ऑफिस पुलिस के मुताबिक, सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपियों ने सेक्टर-62 स्थित आईथम टावर में द गाइडेंस क्लब के नाम से ऑफिस खोला था। ठगी का शिकार हुए हरियाणा निवासी प्रदीप ने बताया कि उनके पास सेंट्रल पूल कोटा से एडमिशन दिलाने के नाम पर फोन आया था। सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने का झांसा फोन करने वाले ने अपना ऑफिस सेक्टर-62 स्थित आईथम टावर में बताया था। यहां उनकी मुलाकात नवंबर में आदर्श, पंकज और धीरेंद्र से हुई थी। आरोपियों ने उन्हें बांदा और इलाहाबाद के सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने का झांसा दिया था। आरोपियों ने 20 हजार काउंटर मनी भी ली थी। 25 से 50 लाख रुपये तक में एडमिशन दिलाने का सौदा पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने 25 लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक में एडमिशन दिलाने का सौदा किया था। प्रत्येक क्लाइंट से आरोपियों ने 5 से लेकर 10 लाख रुपये बतौर एडवांस लिए थे। पुलिस को आशंका है कि काफी संख्या में स्टूडेंट्स के साथ फ्रॉड हुआ है। जांच जैसे जैसे आगे बढ़ेगी मामले सामने आएंगे। छात्रों को बांदा के सरकारी कॉलेज में भी लेकर गएआरोपी छात्रों को अपने झांसे में लेकर बांदा और इलाहाबाद के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भी लेकर गए। 24 दिसंबर को बांदा मेडिकल कॉलेज में एक शख्स से उनकी मुलाकात कराई और उसे डीन बताया। आरोपियों ने बांदा में 45 हजार का डिमांड ड्राफ्ट प्रिंसिपल के नाम दिलाया। साथ ही 6 लाख रुपये भी डीन को दिलाएं। यह डीन असली था या फर्जी इसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। फॉर्म अटकने की बात कहकर मांगे थे और दो लाख आरोपियों ने पीड़ित प्रदीप को एडमिशन लेटर दे दिया था। साथ ही 2 फरवरी को कॉलेज जॉइंन करने की बात कही। 28 फरवरी को आरोपियों ने प्रदीप को फोन कर कहा कि उनका फॉर्म अटक गया है‌ इसलिए दो लाख की डिमांड की। पीड़ित ने उन्हें एक लाख रुपये उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। शक हुआ तो कराई एडमिशन लेटर की जांच इसके बाद 30 जनवरी को आरोपियों ने फोन करके कहा कि सभी फॉर्म अटक गए हैं और कॉलेज में जांच बैठ गई है। इसके बाद से आरोपियों के फोन बंद है। जब उन्हें शक हुआ तो एडमिशन लेटर की जांच कराई। यह एडमिशन लेटर भी फर्जी मिला। मेसेज भेजकर दी जानकारी पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने उत्तराखंड निवासी वैशाली जोशी, छत्तीसगढ़ निवासी रिमझिम पांडे, जालंधर निवासी मुस्कान, मुंबई निवासी दर्शन आदि को मेसेज भेज कर फर्जी ऑफर लेटर देने की जानकारी भी दी थी। इसके बाद आरोपियों ने फोन बंद कर लिये। इसके बाद यह सभी लोग आरोपियों को ऑफिस पर पहुंचे तो वहां ताला लगा मिला। नोएडा में सक्रिय हैं कई गैंग विभिन्न‌ सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी का धंधा पहले से चलता आ रहा है। जालसाज जिले के विभिन्न एरिया में ऑफिस खोलकर स्टूडेंट्स को एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर झांसे में लेते हैं। इसके बाद करोडों की ठगी कर फरार हो‌ जाते हैं। लोकल‌ पुलिस से लेकर एसटीएफ तक ऐसे गैंग को कई बार गिरफ्तार कर चुकी है। ये जालसाज कुछ समय के लिए ऑफिस खोलते हैं। इसके बाद ऑफिस बंद कर फरार हो जाते हैं। क्या कहते हैं अधिकारी नोएडा जोन के एसीपी सेकेंड, रजनीश वर्मा का कहना है कि सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी सेक्टर-62 स्थित आईथम टावर में ऑफिस चला रहे थे। फिलहाल ऑफिस और आरोपियों के फोन नंबर बंद है। मामले की जांच कराई जा रही है।


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