Breaking News

विकास दुबे: न कुआं, न तालाब...कहां गए हथियार?

सुमित शर्मा, कानपुर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के सबसे बड़े राजदार गुड्डन त्रिवेदी ने पुलिस की पूछताछ में बहुत से राज अभी नहीं उगले है। हत्याकांड में बदमाशों ने जो असलहे इस्तेमाल किए, कहां गए, यह पुलिस के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। असलहे न तो विकास दुबे के घर के सामने कुएं में मिले और न ही गांव के तालाब में। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि असलहे गए कहां। बीते गुरुवार को क्राइम ब्रांच ने बिकरू गांव पहुंचकर तालाब में असलहों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली है। कानपुर देहात से उर्फ अरविंद को पर्दे के पीछे से वारदातों को अंजाम देने में महारत हासिल है। इसी वजह से वो कभी पुलिस के रेडार में नहीं आया। बिकरू हत्याकांड में भी उसने पर्दे के पीछे से पूरी साजिश को अंजाम दिया। गुड्डन त्रिवेदी ने विकास के कहने पर बदमाशों को असलहों के साथ बिकरू गांव भेजा था। सूत्रों के हवाले यह भी जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि गुड्डन त्रिवेदी को इस बात का पता है कि वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने असलहे कहां छिपाए हैं। पढ़ें: जिला पंचायत सदस्य गुड्डन त्रिवेदी उर्फ अरविंद को बिकरू गांव हत्याकांड के बाद महाराष्ट्र एटीएस ने उसके ड्राइवर सोनू के साथ गिरफ्तार किया था। कानपुर पुलिस ने पहले तो गुड्डन त्रिवेदी को इस हत्याकांड में शामिल होने से इनकार किया था। इसके बाद कानपुर पुलिस ने गुड्डन त्रिवेदी से पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड पर लाने का फैसला किया था। गुड्डन ने बिकरू हत्याकांड के लिए विकास को असलहे और कारतूस मुहैया कराए थे, यह बात किसी से छिपी नहीं है। ट्रांजिट रिमांड में जब पुलिस गुड्डन को कानपुर लाई तो सिर्फ रात में ही पूछताछ करने के बाद अगले दिन सुबह ही उसे जेल भेज दिया। पढ़ें: गुड्डन के भेजे हुए बदमाशों ने बरसाई थीं गोलियां बीते 2 जुलाई की रात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के कहने पर गुड्डन त्रिवेदी ने असलहों के साथ मोटर साइकल से बदमाशों को भेजा था। यह सभी बदमाश असलहे चलाने में माहिर थे। आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद सभी बदमाश असलहों के साथ फरार हो गए थे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सभी बदमाशों ने गुड्डन की बताई हुई जगहों पर असलहों को ठिकाने लगाया था। लेकिन पुलिस उससे यह राज नहीं उगलवा सकी। सभी बदमाशों का बही खाता है गुड्डन के पास जिला पंचायत सदस्य गुड्डन त्रिवेदी के पास उन सभी बदमाशों का बही खाता है जो मुठभेड़ की रात बिकरू गांव भेजे गए थे। इस बात की जानकारी नहीं हो पाई है कि गुड्डन ने पुलिस को उन बदमाशों के घरों के पते और उनकी डिटेल मुहैया कराई है या नहीं। पुलिस जांच शशिकांत, प्रभात मिश्रा और अमर दुबे में उलझी बिकरू गांव हत्याकांड में पुलिस की जांच तीन परिवारों के बीच ही उलझकर रह गई है। शशिकांत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शशिकांत की निशानदेही पर पुलिस से लूटी गई एके-47 और इंसास रायफल बरामद कर ली गई है। वहीं शशिकांत की पत्नी मनु के वायरल ऑडियो से इस हत्याकांड के कुछ सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। वहीं पुलिस ने मुठभेड़ में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे, अतुल, प्रभात मिश्रा, बउआ, अमर दुबे और शशिकांत के पिता प्रेम प्रकाश को मार गिराया है। यदि इस हत्याकांड में विकास दुबे, अमर दुबे और अतुल दुबे को छोड़ दिया तो शशिकांत, प्रभात मिश्रा और बउआ को असलहे चलाने में महारत हासिल नहीं थी, ये तीनों पेशेवर बदमाश नहीं थे। पेशेवर बदमाश गुड्डन त्रिवेदी ने भेजे थे, जिनके पास पुलिस अभी तक पहुंच नहीं पाई है। गुड्डन त्रिवेदी के संपर्क में थे सफेदपोश गुड्डन त्रिवेदी जिला पंचायत सदस्य है, जिसकी वजह से उसके संबंध सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओ से हैं। सूत्रों के मुताबिक जब गुड्डन त्रिवेदी फरारी काट रहा था तो कई सफेदपोश उसके संपर्क में थे। सफेदपोश उसे एक-एक घटना की जानकारी दे रहे थे। जिसकी वजह से वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। विकास दुबे ने कई सफेदपोशों से खुद गुड्डन को मिलवाया था। जब कभी भी विधानसभा और लोकसभा चुनाव होते थे तो विकास और गुड्डन के गुर्गे नेताओं की हर तरह से मदद करते थे। जिसकी वजह से विकास और गुड्डन जैसे अपराधियों की मदद के लिए सफेदपोश खड़े रहते थे। गुड्डन और उसकी पत्नी के शस्त्र लाइसेंस होंगे निरस्त जिला पंचायत सस्दय गुड्डन त्रिवेदी और उसकी पत्नी के नाम तीन शस्त्र लाइसेंस है, पुलिस ने इनके लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गुड्डन त्रिवेदी के नाम पर एक डबल बैरल बंदूक और एक रायफल का लाइसेंस है और उसकी पत्नी कंचन के नाम पर एक रिवॉल्वर है। पुलिस डीएम को पत्र लिखकर इनके लाइसेंस निरस्त करने की मांग करेगी।


from UP News: यूपी न्यूज, UP News in Hindi, UP Samachar, Uttar Pradesh News, यूपी समाचार, उत्तर प्रदेश समाचार https://ift.tt/393qvOa
via IFTTT

No comments