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विकास दुबे का मददगार कौन? ऐक्शन में SIT

लखनऊ/ कानपुर उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए एनकाउंटर मामले की जांच को लेकर अपने काम पर लग गई है। रविवार को एसआईटी की टीम के गांव बिकरू पहुंची। यहां ग्रामीणों से बात कर तथा अन्य साक्ष्यों का परीक्षण कर एसआईटी मामले की जांच आगे बढ़ाएगी। बता दें कि विकास दुबे के मददगार पुलिस अफसरों, नेताओं को बचाने के विपक्षियों के आरोपों से घिरी राज्य सरकार ने कानपुर के बिकरू कांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित एसआईटी में एडीजी हरिराम शर्मा और डीआईजी जे रविंदर गौड़ शामिल हैं। एसआईटी 31 जुलाई तक सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। टीम जांच में विकास और उसके गैंग के सबसे करीबी लोगों की एक साल की कॉल डिटेल खंगालेगी। कानपुर के अफसर भी आएंगे जांच के घेरे में एसआईटी जांच से बीते एक साल से कानपुर में तैनात रहे पुलिस और प्रशासन के अफसरों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। क्योंकि इतने कुख्यात अपराधी जिस पर 60 से ज्यादा गंभीर मुकदमे हों उसकी समीक्षा का जिम्मा इलाके के सिपाही से लेकर जोन के एडीजी के ऊपर होता है। यह बात जाहिर है कि विकास दूबे और उसका गैंग वर्षों से इलाके में दहशत का पर्याय बना था, लेकिन किसी भी स्तर से उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई। इसलिए एक साल के दौरान कानपुर में तैनात रहे एडीजी जोन, कमिश्नर, आईजी रेंज, डीएम व पुलिस कप्तान जांच के दायरे में आएंगे। विकास दूबे के जरिए कीमती जमीनें औने-पौने दामों में खरीदने वाले, उसकी आवासीय योजनाओं में निवेश करने वाले पुलिस और प्रशासन के अफसर भी जांच के घेरे में आएंगे। फायनेंसर्स की संपत्तियों की भी होगी जांच एसआईटी विकास दूबे और उसके गैंग के लोगों के फायनेंसर्स की संपत्तियों और उनके स्रोतों के बारे में भी जानकारी जुटाएगी। एसआईटी यह भी बताएगी कि क्या विकास, उसके गैंग के लोगों और फायनेंसर्स की संपत्तियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या आयकर विभाग से कराने की जरूरत है। यह भी पढ़ेंः नूतन ठाकुर देंगी साक्ष्य सोशल ऐक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने कहा है कि वह कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंतदेव और विकास के मुख्य खजांची जय वाजपेयी के संबंधों के विषय में एसआईटी को साक्ष्य देंगी। इसके साथ ही नूतन ठाकुर ने शासन के कुछ और बड़े अफसरों के जय वाजपेयी से संबंधों के विषय में साक्ष्य देने की बात कही है। इनमें कुछ अफसरों की फोटो भी बिकरू कांड के बाद जय वाजपेयी के साथ वायरल हुई थीं। इन बिंदुओं पर होगी जांच - विकास दुबे पर दर्ज मुकदमों में क्या प्रभावी कार्रवाई की गई? - साथियों को सजा दिलाने के लिए क्या कार्यवाही की गई? -विकास दुबे की जमानत रद्द कराने के लिए क्या कार्रवाई हुई? -एसओ चौबेपुर व अन्य अधिकारियों ने क्या जांच और कार्रवाई की? -विकास और उसके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट एनएसए में क्या-क्या कार्यवाही हुई? -क्या विकास के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही बरती गई? -एक साल में विकास और साथियों की कॉल डिटेल की जांच? -दो जुलाई की रात हुई वारदात में क्या थाना स्तर पर लापरवाही बरती गई? -विकास के परिवार में इतने लाइसेंसी असलहे कैसे बने? -लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया में कौन-कौन शामिल रहे? -विकास गैंग ने किन-किन सरकारी और गैर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे किए? -कब्जा करवाने में मदद करने किस-किस अधिकारी की क्या-क्या भूमिका रही? -किस अफसर ने दिया विकास और उसके गैंग को संरक्षण?


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