लखनऊ की दिव्यांशी जैन प्रयागराज क्षेत्र की बनी टॉपर, हासिल किए 600 में से 600 अंक
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने सोमवार दोपहर 12वीं बोर्ड के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। लखनऊ के नवयुग रेडियंस स्कूल की छात्रा दिव्यांशी जैन ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में कीर्तिमान स्थापित किया है। दिव्यांशी ने किसी भी विषय में एक भी नंबर गंवाए बिना600 में से 600 नंबर हासिल किए गए हैं। दिव्यांशी ने कहा कि, उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि, उसे शत प्रतिशत नंबर मिल सकते हैं। उसे हाईस्कूल में 97.6 फीसदी अंक मिले थे।
लगातार छठी बार लड़कियों ने बाजी मारी
बता दें कि, 15 फरवरी से 30 मार्च के बीच हुई कोरोना प्रभावित परीक्षा में कुल 11 लाख 92 हजार 961 छात्र बैठे थे और उनमें से 10 लाख 59 हजार 80 पास हुए हैं। टोटल पास पर्सेंटेज 88.78% रहा है जो 2019 के मुकाबले 5.38% ज्यादा है।इस बार के रिजल्ट मेंभी लड़कियां लड़कों से 5.96% से आगे रहीं। लड़कियों का पास पर्सेंटेज 92.15 जबकि लड़कों का पर्सेंटेज 86.19% रहा।12वीं के नतीजों में लगातार छठीबार लड़कियों ने लड़कों से बाजी मारी है। बोर्ड की परीक्षा में 2014 में आखिरी बार सार्थक अग्रवाल 99.6 प्रतिशत के साथ टॉपर बने थे। इसके बाद से लगातार छह साल से लड़कियां टॉपर हैं।
दिव्यांशी से बातचीत का अंश-
- सवाल: माता-पिता क्या करते हैं?
- जवाब: मेरे पापा राकेश प्रकाश जैन बिजनेसमैन हैं। उनकी गणेशगंज में दुकान है। मां सीमा जैन गृहिणी हैं।मुझे मेरे पापा पढ़ने को लेकर कभी भी कोई फोर्स नहीं करते थे।
- सवाल: पढ़ाई के लिए क्या कुछ अलग किया?
- जवाब:शुरू से ही नोट्स बनाए थे। जिसको रिवाइज करती थी। मेरा मानना है कि, शुरूआत से ही पढ़ाई करना चाहिए। परीक्षा का इंतजार नहीं करना चाहिए।
- सवाल: इतिहास जैसे विषयों में फुल मार्क्स कैसे आए?
- जवाब:भले ही लोगों को इतिहास जैसे विषयों को पढ़ने और याद करने में दिक्कत होती है लेकिन, मैंने कभी विषयों को रटने को कोशिश नहीं की। इतिहास को कहानी के रूप में समझा। संस्कृत भी गणित के जैसे फार्मूले होते हैं। उनको याद किया।
- सवाल: विषय कौन से थे?
- जवाब:इतिहास, अंग्रेजी, संस्कृत, भूगोल, अर्थशास्त्र और इंश्योरेंस जैसे विषयों में शत प्रतिशत मिले हैं।
- सवाल: आगे क्या प्लान है?
- जवाब: फिलहाल, दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए (ऑनर्स) की पढ़ाई करने का फैसला लिया है।
- सवाल: सफलता का श्रेय किसे देना चाहती हैं?
- जवाब:अपने माता-पिता और शिक्षकों को। मेरे शिक्षकों ने मुझे पूरे साल मार्गदर्शन किया और मैं अपने माता-पिता के कारण एक व्यवस्थित दिनचर्या का पालन करने में सक्षम हुई। इन दोनों कारणों ने मुझे अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और अच्छे अंक लाने में सहायता की।
प्रिंसिपल बोले- हमें विश्वास था दिव्यांशी करेगी टॉप
प्रयागराज क्षेत्र में82.49 फीसदी छात्र सफल हुए हैं। उनमें दिव्यांशी को अधिकतम अंक मिले हैं। सीबीएसई की क्षेत्रीय अधिकारी श्वेता अरोड़ा ने बताया कि,वहभूगोल विषय को छोड़कर सभीपरीक्षाओं में उपस्थित हुई थी। भूगोल को कोरोना के चलते रद्द कर दिया गया था। मैं दिव्यांशी की उपलब्धि पर गर्व है। स्कूल के प्रिंसिपल बी सिंह ने कहा किहमें विश्वास था कि वह टॉप करेगी, लेकिन उसे मिले अंक हमारी उम्मीदों से परे हैं। स्कूल के प्रबंधक सुधीर हलवासिया ने कहा कि,दिव्यांशी ने हमें गौरवान्वित किया है।
वेबसाइट और उमंग ऐपपर देखें रिजल्ट
अपने नतीजों को इंतजार कर रहे स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशिल वेबसाइटhttp://cbseresults.nic.inऔरhttp://results.gov.inपर अपने रिजल्ट देख सकते हैं। इसके अलावा स्टूडेंट्स उमंग ऐप के जरिए भी अपना नतीजे चेक कर सकते है।यह मोबाइल प्लेटफॉर्म, एंड्रॉएड, आईओएस और विंडोज आधारित स्मार्ट फोन्स एप्लिकेशन है। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड आईटी, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के द्वारा डेवलप किया गया है।
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